सिंघिया/समस्तीपुर:बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल हर घर नल का जल योजना सिंघिया नगर पंचायत में सफेद हाथी साबित हो रहा है। यूँ तो नगर पंचायत में हर घर में शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए लगभग लाखो खर्च कर दर्जनों पानी के टावर लगाए गए। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण वर्तमान में शायद ही किसी टावर से पानी की सप्लाई हो रही हो।अब स्थिति ऐसी है कि किसी किसी टावर से आज तक पानी चल ही नही पाया। सिर्फ टावर खड़ी कर इस योजना की राशि की कह सकते है की बंदरबाट कर ली गई या फिर भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई। किसी किसी टावर से टंकी गायब है तो किसी का मोटर बंद तो किसी का पाइप ही टूटा हुआ है। ग्रामीण बताते है की करीब दो से तीन साल हो गए। किसी किसी नल से आज तक पानी ही नही आया। जो नल शुरू भी हुआ था जो आज तीन साल होने जा रहे है एक बूंद पानी तक नहीं टपका। लोगों ने कहा की कई साल पूरी चिलचिलाती गर्मी बीत गई। लेकिन किसी किसी टावर से तो आज तक एक बूंद भी पानी नहीं निकल पाया और कोई चला भी तो जब एक बार खराब हुआ तो दुबारा चला ही नही।इस योजना से लगातार पानी की आपूर्ति के लिए पंद्रहवे वित्त आयोग के अनुदान से प्रबंधन समिति को राशि भी उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन वर्षो से सिंघिया नगर पंचायत के लोग एक बूंद स्वच्छ पानी को तरस रहे है। अब सवाल ये पैदा होता है की नीतीश कुमार के इस महत्वकांछी योजना का जिले के सिंघिया नगर पंचायत में विफलता का जिम्मेदार कौन है। गौरतलब है कि, सिंघिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 7 के मोहल्ला बलहा में नल-जल योजना की टंकी शोभा की वस्तु बन कर रह गई है.टंकी लगने के बाद न तो नल से एक बूंद पानी निकला है और ना हीं इसके बारे में कभी सोचा भी गया होगा बावजूद इसके राशि का भुगतान कर लिया गया है.बताते चलें कि,आम आवाम को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल जल योजना का सरकार द्वारा ताना बाना बुना गया था। इस योजना पर करोड़ों रूपये खर्च हुए, लेकिन आज भी आम आवाम को इसका लाभ नहीं मिल सका। योजना मद की निर्धारित राशि की बंदरबांट हो गई। 80 फीसद राशि खर्च होने के बाद भी योजनाओं का पूर्ण नहीं होना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। वार्ड पार्षद अमित बैठा अमरनाथ सिंह गुड्डू सिंह के अलावा एक दर्जन वार्ड पार्षद ने एक स्वर में बोला कि नगर पंचायत सिंघिया के किसी वार्ड में हर घर नल जल योजना का कार्य पूरा नहीं हुआ है। वार्ड वासी नल से पानी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। संवेदक की मनमानी से आम आवाम के साथ वार्ड पार्षद भी परेशान हैं। बता दें की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल नल जल योजना लोगों के लिए काफी लाभकारी है। लेकिन प्रशासन की शिथिलता से यह योजना लोगों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो रही है।