सिंघिया/समस्तीपुर:नगर पंचायत सिंघिया में भले ही आज तक विकास कार्यों का लोगों को दर्शन नहीं हुआ हो, लेकिन साफ सफाई की व्यवस्था से लोगों के मन में ये संतोष था कि हमलोग नगर पंचायत के वासी हैं. लेकिन धीरे धीरे साफ सफाई की व्यवस्था भी लूट खसोट में बदलते नजर आ रही है.जिसके कारण लोगों में नगर पंचायत की कार्यप्रणाली के विरुद्ध दिनों दिन आक्रोश बढ़ता जा रहा है.सब्र की इंतेहा होने के बाद अब आम जनमानस के साथ साथ यहां के पार्षद भी कार्यशैली के विरुद्ध आवाज उठाने लगे हैं.सिंघिया नगर पंचायत के वार्ड पार्षद अमित कुमार बैठा, अमरनाथ सिंह, गुड्डी, गुड्डू सिंह, इत्यादि दर्जन भर वार्ड पार्षद ने बताया कि,नगर पंचायत में डोर टू डोर कूड़ा का उठाव के अलावा नालियों से शिल्ट की निकासी तथा गलियों में झाड़ू देने का काम कर रहे इनभिरोन सोलुसन सिलीगुड़ी की सफाई एनजीओ का बड़ा घोटाला सामने आया है। धांधली का आलम यह है कि सभी संसाधन नगर पंचायत का और केवल एनजीओ पंजीकरण दस्तावेज के लिए प्रतिमाह करीब 22 लाख रुपये का भुगतान नगर कार्यालय से एनजीओ को हो रहा है। अर्थात कूड़ा उठाव में एनजीओ मालामाल व सिंघिया नगर पंचायत बेहाल की स्थिति में है। पार्षदों का कहना है कि,डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव में सफाई एनजीओ किस कदर खेल कर रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सफाई एनजीओ के द्वारा नगर के वार्डों से कितने घरों से कूड़ा का उठाव किया जाता है। इसका कोई रिपोर्ट नगर पंचायत कार्यालय को प्रस्तुत नहीं करता है। और ना ही इस प्रकार के दस्तावेज का कोई सत्यापन होता है। किसी भी चीज का हम लोगों को जानकारी नहीं दिया जाता है।फिर बिना सत्यापन के बिलों का भुगतान आखिर किस आधार पर नगर पंचायत कार्यालय द्वारा किया जा रहा है?सफाई एन जी ओ इनभिरोन सोलुसन को नगर पंचायत सिंघिया के 20 वार्डों में सभी घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन सहित अन्य कार्य दिए गए है। कितने घरों से कूड़ा लिया जाता है। इसका कोई रिपोर्ट एनजीओ नगर पंचायत सिंघिया को नहीं करता है। जबकि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव, सफाई रिपोर्ट दस्तावेज का हर माह नगर कार्यालय से सत्यापन होने के बाद ही बिलों का भुगतान किया जाना चाहिए। हाल यह रहा कि बिना सत्यापन के एनजीओ को बिलों का भुगतान कैसे किया गया ?नगर के लोगों का कहना है की सिंघिया नपं में मिलीभगत से कूड़ा उठान में घोटाले की पटकथा लिखी गई है। नगर पंचायत के इतिहास में ये सबसे बड़ा घोटाला है। इसे अंजाम देने वाले भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जिन्होंने जनता के साथ छल किया और सरकार की छवि खराब कर रहे हैं।नगर पंचायत सिंघिया में इनभिरोन सोलूसन सिललीगोड़ी एनजीओ को लगाया गया है। पूरे नगर पंचायत में कूड़ा उठान एनजीओ को करना है। यहां तक की नगर पंचायत ने अपने संसाधन भी उपलब्ध कराए है। इसके बावजूद डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन व स्वच्छता के नाम पर नगर के लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। इसकी निगरानी भी ठीक से नहीं की जा रही है। बिना सत्यापन बिलों का भुगतान होने से सफाई एनजीओ की मौज है।