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मुफ्ती सईद के द्वारा बग़ैर रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से मदरसे का संचालन किया जा रहा है।

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बिहार में बिना पंजीकरण के मदरसा चलाना, बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड के नियमों का उल्लंघन है। बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड,जो राज्य में मदरसों को विनियमित करने और मान्यता देने का काम करता है, बिना पंजीकरण के मदरसे चलाने की अनुमति नहीं देता है।बिहार में, मदरसे को कानूनी रूप से संचालित करने के लिए, बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड के साथ पंजीकृत होना आवश्यक है।बावजूद इसके सिंघिया थाना क्षेत्र के सालेपुर मस्जिद में एवं सिवैया गांव में किराए के मकान में संचालक सालेपुर निवासी मुफ्ती सईद के द्वारा बग़ैर रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से मदरसे का संचालन किया जा रहा है।शिक्षा विभाग को इसकी तनिक परवाह नहीं है इसका नतीजा है कि संचालक बगैर डर के नियम को ताक पर रखकर मदरसा चला रहे हैं। उन मदरसा में ना तो बच्चे के पढ़ने के लिए पर्याप्त कमरे हैं और ना पर्याप्त शिक्षक यहा शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुल्लम-खुल्ला धज्जियां उराई जा रही है। अब देखनेवाली बात होगी कि कब तलक प्रशासन ऐसे अवैधरूप से चल रहे खाओ कमाओ मदरसे के संचालक पर कार्रवाई करते हैं।बलहा के पप्पू एवं मोहम्मदओवैस कहतेेे हैं कि, हम लोग 2004 से मदरसा संचालक मुफ्ती सईद को सालेपुर मदरसा इसलाहुल मुस्लिमिन केे नाम से इलाकेेेेे के लोगों से चंदाा का धंधा शुरूूूूू किया था। जो आज तक किसी न किसी‌ जरिये से चालूू है।आज तक इनके इल्म से इलााके के लोगोंं  को फायदा नहीं हुआ न अब तक इनके द्वारा जितनेे भी मदरसे खोले गए एवंं बंद किए गए उनमेंं से आज तक इलाकेेे के किसी बच्चेेे ने कुछ नहींं बना अगर बना है तो वह बता दें।सिर्फ़ इनकेेे द्वारा  इलाके के ओवाम को इमोशनल ब्लैकमेलिंग करके मूर्ख बनाया जाता रहा है। लेकिन अब इलाकेेे के लोग इनकी हरकत को समझ चुकेे हैं। अब इनकेेेेे बातों में इलाके के लोग आनेेवाले नहींं है। बताते चलें कि बिना पंजीकरण के मदरसा चलाना, नियमों का उल्लंघन है।बिहार में मदरसा चलाने के लिए सभी नियमों और विनियमों का पालन करना होगा। बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड (संशोधन) अधिनियम, 2024 और अन्य प्रासंगिक नियमों और विनियमों का पालन करना अनिवार्य है।मदरसे को इलाके के नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए। इसमें स्वच्छता, सुरक्षा, और ध्वनि प्रदूषण जैसे पहलू शामिल हैं। यदि मदरसा नियमों का पालन नहीं करता है, तो इसे बंद किया जा सकता है।

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Md Afzal

Yah ilzamat bilkul galt hai be bunyad hai Apne ulma ki qadar karo

Daud

Mis